जीवन है सौग़ात ।
आओ इसे संभालें ।
ये है ईश्वर का उपहार ।
इसका आनंद उठा लें ।
जी लें इसके हर पल को ।
इसका त्यौहार मना लें ।
छोटी छोटी खुशियों का ।
मिलकर आओ मज़ा लें ।
हर दिन है एक सौग़ात।
इसको ना व्यर्थ गुज़ारें ।
सुखों को संजोएं दिल में ।
तनावों को दिल से हटा दें ।
मिलता है ये एक बार ही ।
तो इसको सफ़ल बना दें ।
अपनी मेहनत के दम पर ।
आओ इसको चमका दें ।
गिराकर झूठी बुनियादें ।
सच का परचम लहरा दें ।
छोड़कर सारी बुराई ।
किरदार को ऊंचा उठा दें !
प्रगति दत्त
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